
पटना में एक्यूप्रेशर और प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित 10वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस का भव्य आयोजन। मुख्यधारा की चिकित्सा प्रणाली में शामिल हो एक्यूप्रेशर और प्राकृतिक चिकित्सा : अनिल कुमार
बिहार ब्रेकिंग

पटना के गांधी मैदान स्थित आईएमए हॉल में रविवार को ‘नेशनल एक्यूप्रेशर एसोसिएशन’ और ‘नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च सेंटर’ के संयुक्त तत्वाधान में 10वीं नेशनल कॉन्फ्रेंस का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बसपा के प्रदेश प्रभारी अनिल कुमार ने दीप प्रज्वलन कर किया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अनिल कुमार ने अपने संबोधन में एक्यूप्रेशर और प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि यह स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने और रोजगार प्रदान करने वाली एक सशक्त शिक्षा प्रणाली है। उन्होंने सरकार से इस चिकित्सा प्रणाली को मान्यता देने और इसे मुख्यधारा की चिकित्सा प्रणाली में शामिल करने की मांग की।
संस्थान के अध्यक्ष डॉ विकास सिंह ने इस चिकित्सा पद्धति की सरलता और सुरक्षा पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि एक्यूप्रेशर, एक्यूपंक्चर, और अन्य वैकल्पिक चिकित्सा पद्धतियां समाज के सभी वर्गों के लिए लाभकारी हैं। संस्था के सचिव डॉ प्रिया प्रियदर्शनी ने प्राकृतिक चिकित्सा की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह शरीर की आंतरिक ऊर्जा को संतुलित कर काम करती है। संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ सुनील प्रसाद ने नाड़ी शोधन और स्वर विज्ञान के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि कैसे इन तकनीकों का उपयोग जीवन को बेहतर बनाने में किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय प्रवक्ता ओ पी शर्मा ने किया। संस्था की कार्यालय सचिव डॉ नम्रता और अन्य सदस्यों के सहयोग से कार्यक्रम को सफल बनाया गया। इस आयोजन में डॉ निखिल, डॉ सुजाता, डॉ रेखा, डॉ पवन, दृष्टि, नबीला और अन्य सहयोगियों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कार्यक्रम में लगभग 400 लोगों ने भाग लिया, जिनमें बिहार और अन्य राज्यों के चिकित्सक भी शामिल थे। इस आयोजन के माध्यम से एक्यूप्रेशर और प्राकृतिक चिकित्सा के प्रचार-प्रसार को नई दिशा मिली। मुद्रा, मंत्रा, ध्यान, और नाड़ी शोधन जैसी तकनीकों से प्रतिभागियों को अवगत कराया गया। साथ ही, इस क्षेत्र में रोजगार के अवसरों को उजागर करने पर जोर दिया गया।