
बिहार डेस्क-पूर्णिया

चाइल्ड लाइन पूर्णिया और बनमनखी थाना के सहयोग से एक चौदह वर्षीय नाबालिक बच्ची को एक व्यक्ति के घर से छापेमारी कर मुक्त कराया गया। चाइल्ड लाइन के मो शहजादा हसन ने बताया कि चाइल्ड लाइन पूर्णिया को हेल्पलाइन नंबर 1098 पर सूचना मिली कि एक नाबालिक बच्ची से संजय यादव नामक व्यक्ति द्वारा ऑरकेस्ट्रा में काम करवाया जा रहा और आना कानी करने पर मारपीट भी की जाती है। सूचना के आधार पर चाइल्ड लाइन द्वारा अपने सुत्रों से बच्ची के साथ मारपीट होने एंव ऑरकेस्ट्रा में नाच गाना करवाने को लेकर पुष्टि होने बाद शुक्रवार को चाइल्ड लाइन और बनमनखी थाना द्वारा एक टीम बनाकर छापेमारी कर बच्ची को मुक्त कराकर चाइल्ड लाइन कार्यालय लाया गया।
काउन्सिलिंग में बच्ची ने बताया कि वह मोदी नगर दिल्ली की रहने वाली है। उसके मम्मी पापा का देहांत हो गया है। वह अपने भाईया और भाभी के पास रहती थी। उन लोगों द्वारा उसे बहुत प्रताडि़त किया जाता था। उसके घर के पास ही छोटू रहता था। जो पूर्णिया के पाल्टेक्निक चौक का रहने वाला है। वह वहां राजमिस्त्री का काम करता था। उसी ने उसे बहला फुसला कर पूर्णिया लाया है। वह अगस्त में पूर्णिया आई है। काम दिलाने के बहाने छोटू और उसकी मौसी मंजू देवी द्वारा उससे गलत कार्य एंव ऑरकेस्ट्रा में नाच गाना करवाने लगी। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट करने लगते थे। थक हार कर वह यह सब करने लगी। इसी बीच छोटू ने उसे बनमनखी लाकर मुझे संजय यादव के हवाले कर यह बोल कर चला गया कि अब तुम कुछ दिन यहीं रहो। वह बहुत रोई गिरगीराई परन्तु उसकी एक ने भी नही सुनी। संजय यादव छोटू के जाने के बाद एक ऑरकेस्ट्रा में ले गया उससे जो रूपया मिला वह रख लिया। आज भी वह उसको लेकर मधेपुरा के किसी बस्ती में ले जा रहा था। हमलोग तैयार थे कि इसी बीच संजय यादव गाडी़ लाने की बात कह कर बनमनखी चौक पर गया था कि इसी बीच पुलिस और चाइल्ड लाइन की टीम पहुंच गयी और वे लोग मुझे लेकर यहाँ आ गये। चाइल्ड लाइन ने बताया कि बच्ची को फिलहाल बाल कल्याण समिति के आदेश पर खुला आश्रय गृह में रखा गया है। लड़की के बयान के आधार पर आगे की कारवाई पुलिस और चाइल्ड लाइन द्वारा की जा रही है। इस छापेमारी में चाइल्ड लाइन के मयुरेश गौरव, खुश्बू रानी के आलावा बनमनखी पुलिस उपस्थित थे।