
बिहार कांग्रेस में आज बड़ा फेरबदल हुआ है। मदन मोहन झा को बिहार कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया है जबकि चार कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किये गये हैं। कांग्रेस के इस फेरबदल को 2019 से जोड़कर देखा जा रहा है साथ हीं मदन मोहन झा को प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने के फैसले को लेकर यह कहा जा रहा है कि इस फैसले से कांग्रेस ने स्वर्ण कार्ड खेला है। इस फेरबदल पर सांसद सह जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। पप्पू यादव ने कहा किदेर आए दुरूस्त आए, मैं उम्मीद करता हूं कि कांग्रेस विपक्षी पार्टियों की अगुवाई करेगी पिछलग्गू नहीं बनेगी।

दिल्ली और यूपी में तीसरा विकल्प उभर रहा है लेकिन बिहार में स्पष्ट रूप से कोई तीसरा राजनीतिक विकल्प उभरकर सामने नहीं आया है जबकि जिन लोगांे को कई दशकों से जाति धर्म और मजहब के नामं पर बांटा गया, लड़वाया गया उनकी जरूरत है तीसरा राजनीतिक विकल्प। नवंबर 2018 तक तीसरा राजनीतिक विकल्प बिहार में उभरकर सामने आ जाएगा। देश के हर राज्य में तीसरे विकल्प की आवश्यकता है। देश के बेरोजगार, गरीब, आमलोग एक नये विकल्प की तलाश में हैं, नया राजनीतिक विकल्प उनकी जरूरत हैं और जल्द हीं यह विकल्प उभरकर सामने आएगा। साथ हंी पप्पू यादव ने यह भी कहा कि राजनीति के दो धूरियों को खत्म किये बिना कोई तीसरा विकल्प नहीं उभर सकता जबकि आज यह सबसे बड़ी जरूरत है इसलिए पूरी उम्मीद है कि नवंबर तक स्थिति बदलेगी और कोई बेहतर विकल्प आमलोगों के बीच उभरकर सामने आएगा।