
बिहार ब्रेकिंग

छपरा में रविवार की सुबह विस्फोट में मृतकों की संख्या बढ़ कर पांच हो गई है वहीं कई अन्य लोगों के अभी भी मलबे में दबे होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि विस्फोट के समय घर में 8 से 10 लोग मौजूद थे। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पा रहा है कि घटना में सभी लोग हताहत हुए हैं या फिर कुछ लोग बाहर निकल गए थे। दरअसल छपरा के एक मकान में पटाखा बनाने का काम चल रहा था जिसमें रविवार की सुबह एक के बाद एक कई जोरदार धमाका हुआ। धमाका इतना तेज था कि मकान का एक हिस्सा ढह कर गिर गया जबकि विस्फोट के चपेट में आए लोगों के शरीर के टुकड़े बहुत दूर जा कर गिरा। बताया जाता है कि मुलाजिम मियां और रियाजुद्दीन मियां के घर में पटाखा लाकर रखा जाता था और बेचा जाता था।
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हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि घर में अवैध तरीके से पटाखा बनाया जाता था जिसमें रविवार की सुबह धमाका हुआ। धमाके में पांच मृतकों में साबिर अली, मुलाजिम और शहजाद की पहचान की जा सकी है जबकि दो अन्य मृतकों का पहचान अभी नहीं हो सका है। स्थानीय लोग बताते हैं कि अवैध पटाखा बनाने के दौरान ही किसी चूक के कारण धमाका हुआ और एक के बाद एक कई धमाके लोगों ने सुने। आवाज इतनी तेज थी चारो ओर अफरातफरी मच गई। जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक मकान ताश के पत्तों की तरह ढह चुका था। चारो और आग की लपटों और धुआं उठता देख भगदड़ सी स्थिति हो गई।
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स्थानीय लोगों के अनुसार इससे पहले खोदाई बाग के ओलहनपुर में दो बार बम विस्फोट हो चुका है। यहां करीब 12 अवैध पटाखा फैक्ट्रियां हैं। हर जगह बड़े पैमाने पर पटाखा बनाने का काम होता है। इसके लिए बड़े स्तर पर बारूद को जमा कर रखा जाता है। लेकिन जिस स्तर का विस्फोट हुआ है उससे आम लोगों में कई प्रकार की बातें हैं कि आखिर इतना जोरदार धमाका कैसे हुआ। घटनास्थल पर छपरा सदर के एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह, बलवाड़ा के एसडीपीओ इंद्रजीत बैठा, इंस्पेक्टर मंजू कुमारी खैरा थाना अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी एवं फायर ब्रिगेड की टीम सहित कई थाने की पुलिस पहुंची है।