
बिहार ब्रेकिंग

मशहूर शहनाई वादक भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान पर लम्बे अरसे के बाद कार्य करने और शोधपरक हिंदी पुस्तक लिखने के लिए बिहार के पत्रकार मुरली मनोहर श्रीवास्तव के किताब ‘इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स-2022 में शामिल किया गया। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के साथ काफी समय व्यतीत कर उनके ऊपर किताब लिखी है। उनकी किताब ‘शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान’ वर्ष 2008 में प्रकाशित हुई थी जिसकी अब तक चार संस्करण प्रकाशित हो चुकी है। यह किताब पिछले 10 वर्षों से बेस्ट सेलर बायोग्राफी में भी शामिल है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, डेलीहंट, Koo App, सिग्नल और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
मुरली मनोहर श्रीवास्तव बताते हैं कि एक ही गाँव और एक ही मुहल्ले में रहने के कारण पहली बार जब पिताजी ने उस्ताद से मिलवाया था उस वक्त मैंने सोचा भी नहीं था कि उनके ऊपर कोई किताब लिखूंगा और उस किताब के लिए इतनी बड़ी उपाधि से नवाजा जाऊंगा। लेकिन जब मेरे मन में उनके ऊपर किताब लिखने की बात आई तो मैं उनसे लगातार मिलने लगा और उनसे उनके बारे में सारी बातें पूछ कर फिर किताब पूरी की।

उन्होंने बताया कि इस किताब को लिखने के बाद काफी दिनों तक मैं दिल्ली में प्रकाशकों के दफ्तरों के चक्कर लगाते रहा ताकि यह किताब प्रकाशित हो जाये अंततया यह किताब प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हुई। मुरली मनोहर श्रीवास्तव ने इस किताब को लिखने के लिए काफी समय उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के साथ व्यतीत की थी इसलिए इस किताब को पहली मानक और सारगर्भित किताब मानी जाती है।
हमसे यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर, डेलीहंट, Koo App, सिग्नल और टेलीग्राम पर यहां क्लिक कर जुड़ें
मुरली मनोहर श्रीवास्तव की मानें तो उन्हें इस बात का अफ़सोस भी है कि उनकी यह किताब उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के जीवित रहते हुए प्रकाशित नहीं हो सकी लेकिन उन्हें ख़ुशी भी है कि उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के ऊपर लिखी उनकी पुस्तक विश्व की पहली मानक और सारगर्भित पुस्तक है और इसके लिए उन्हें ‘इंडिया बुक ऑफ़ रिकार्ड्स-2022 से सम्मानित किया गया। वे अपने इस उपलब्धि का श्रेय अपने पिता को देते हैं। कहते हैं कि बाल्यकाल से ही पिताजी की फिल्म और कहानियों की रचना ने ही उन्हें किताब लिखने के लिए प्रोत्साहित किया है।