
बिहार डेस्क-रविशंकर शर्मा-बाढ़
पिछले एक दो दशक से बिहार के विभिन्न जिले में गणेश पूजा का आयोजन होने लगा है, जो पहले सिर्फ महाराष्ट्र तक सीमित था। इसी क्रम में बाढ़ अनुमंडल के विभिन्न थाना क्षेत्रों में भगवान श्री गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की जाती है, जिसमे मोकामा और हाथीदह का अलग ही महत्व है। यहाँ हजारों श्रद्धालु विघ्नहरता के दर्शन करने हर दिन आते हैं और यह पूजा आज से शुरू होकर 19 तारीख तक चलेगी। पूजा को लेकर क्षेत्र में खासा उत्साह देखा जा रहा है, खासकर महिलाएं और बच्चे इस पूजा को लेकर उत्साहित रहते हैं क्योंकि इनके लिए मनोरंजन के कई साधनों को पूजा समिति स्थापित करती आई है जिसमे कई प्रकार के झूले, मीना बाजार आदि लागाये जाते हैं जो महिलाओं और बच्चों के लिए आकर्षण का मुख्य केंद्र होता है।
आयोजन समिति ने बताया कि प्रतिवर्ष लाखों के खर्च से इस त्योहार का आयोजन होता है जो ग्रामीण अपने स्तर से ही करते हैं। आपको बता दें कि भगवान श्री गणेश को विघ्नहरता माना गया है और शास्त्रों में इन्हें प्रथम पूजनीय होने का अधिकार प्राप्त है। भगवान श्री गणेश के दोनों तरफ माता रिद्धि सिद्धि की प्रतिमाएं स्थापित की जाती है इसलिए भगवान श्री गणेश को रिद्धि सिद्धि प्रदाता भी कहा गया है। साथ ही इन्हें बुद्धि धन वैभव आदि के प्रदाता भी माना जाता है, माना जाता है कि भगवान श्री गणेश को पूजने वाले पर भोलेनाथ माता पार्वती और माता महालक्ष्मी अति प्रसन्न होती हैं।
