
बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू को भारी नुकसान पहुंचाने वाले लोजपा सुप्रीमो चिराग पासवान को इस दुश्मनी की भारी कीमत चुकानी पड़ी है। नीतीश ने चिराग के बंगले को लगभग खाली कर दिया है। आज लोजपा में बड़ी सेंधमारी हुई है।जेडीयू ने चिराग पासवान के सबसे भरोसेमंद नेता केशव सिंह को जबसे अपने पाले में किया है, तब से वह लगातार उन्हें निशाने पर लिए हुए हैं. जेडीयू में शामिल होते ही केशव सिंह ने हमला तेज करते हुए कहा, ‘लोजपा को गांव-गांव हमने पहुंचाया.

खून पसीना से पार्टी को सींचा. चिराग ने रामविलास के निधन के बाद ही पार्टी को बेच दिया. मेधा घोटाला करने वालों को संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाया. जिस दिन चिराग ने नीतीश कुमार से अलग होने का घोषणा किया था, उसी दिन फैसला किया था कि हम लोजपा से अलग होंगे. चिराग ने अपने कार्यकताओं ने कार्यकर्ताओं को बेरोजगार किया. बहुत जल्द चिराग जेल में नजर में आएंगे.केशव सिंह के साथ 208 लोजपा नेताओं ने जेडीयू की सदस्यता ली।