

एक तरफ सरकार ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के प्रचार प्रसार में लाखों रुपये खर्च कर रही है, और लोगों को जागरूक करने का काम कर रही है वहीं दूसरी तरफ समाज में महिलाओं के प्रति हिंसा कम होने का नाम नहीं ले रहा। ऐसा ही मामला बेगूसराय से आया है जब एक महिला की हत्या ससुराल वालों ने महज इसलिए कर दिया कि उसके गर्भ में बेटी थी। घटना बेगूसराय के नीमाचांदपुरा के अझौर गांव का है जहां ससुराल वालों ने विवाहिता की हत्या महज इसलिए कर दिया कि उसके गर्भ में बेटी थी। हत्या के बाद से ससुराल वाले फरार हैं। मामले में मृतिका के मायके वालों ने पुलिस को बताया कि मृतिका के पहले से दो बेटी है और वह जब तीसरी बार गर्भवती हुई तो डॉक्टरों से जांच करवाया गया।
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डॉक्टरों से जांच में गर्भ में बेटी होने की पुष्टि होने पर गर्भपात का दवाब बनाया गया जिससे मृतिका ने मना कर दिया था। मृतका के भाई बबलू कुमार ने बताया कि रीना गर्भपात कराने के लिए तैयार नहीं थी। इसी से नाराज रविवार रात विष्णु देव चौधरी, अजय चौधरी और विजय चौधरी ने मिलकर नींद में फांसी देकर उसकी हत्या कर दी। घटना की सूचना गांव के ही लोगों ने मृतका के पिता सुरेश चौधरी को दी। घटना की सूचना मिलने के बाद पूरा परिवार अझौर गांव पहुंचा। मायकेवालों ने ही पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया और बाद में शव को मायके वालों को सौंप दिया। पुलिस ने घटना के संबंध में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। सिर्फ इतना कहा कि जांच जारी है।