

कोरोना वायरस की वजह से लॉक डाउन में देश के विभिन्न शहरों के लोग फंसे पड़े हैं। इसी में राजस्थान के शहर कोटा में भी देश के अलग अलग राज्यों के हजारों की संख्या में छात्र फंसे हुए हैं। लॉक डाउन-लागू होने के बाद उत्तरप्रदेश की योगी सरकार ने उत्तरप्रदेश से बस कोटा भेज कर अपने राज्यों के छात्रों को वापस लाई तो वहीं मध्यप्रदेश समेत अन्य कई राज्य भी उत्तरप्रदेश की तर्ज पर अपने राज्य के छात्रों को भी कोटा से वापस लाने की तैयारी कर रही है। बिहार में भी कोटा से छात्रों को वापस लाने की मांग जोरों पर है। कोटा से बिहार के छात्रों को वापस लाने की मांग को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सिरे से खारिज कर दिया है और इस कदम को गलत ठहराया है। इस बात को लेकर बिहार विधानसभा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर राज्य सरकार पर निशाना साधा है और लिखा है कि ‘सभी राज्य अपने छात्रों और उनके अभिभावकों की चिंताओं में सम्मिलित है लेकिन बिहार ही अकेला ऐसा अभागा राज्य बचा है जहाँ की सरकार अहंकारवश किसी के भी भविष्य, चिंता, सुरक्षा, भावना और सुझाव को नहीं सुन रही है। माननीय मुख्यमंत्री नीतीश जी विपक्ष को भी ऐसा करने की अनुमति नहीं दे रहे है।’
https://twitter.com/yadavtejashwi/status/1252508855281397761?s=19
तेजस्वी यादव के ट्वीट पर पलटवार करते हुए जदयू नेता निखिल मंडल ने ट्वीट किया कि ‘बिहार से दूर एसी कमरें में बैठ कर राजनीत करना बहुत आसान है। संकट के वक्त जनता के बीच से भागे हुए महोदय अगर कल जिस तरह कोटा के एक छात्रा का गाजीपुर पहुंच कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आया अगर वैसा कुछ होता है तो क्या इसकी जिम्मेदारी आप लीजियेगा..? आप बस दिल्ली में मौज और ट्वीट कीजिए.!!
बिहार से दूर एसी कमरें में बैठ कर राजनीत करना बहुत आसान है.
संकट के वक्त जनता के बीच से भागे हुए महोदय अगर कल जिस तरह कोटा के एक छात्रा का गाजीपुर पहुंच कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आया अगर वैसा कुछ होता है तो क्या इसकी जिम्मेदारी आप लीजियेगा..?आप बस दिल्ली में मौज और ट्वीट कीजिए.!! https://t.co/BZi5x5y1bk
— Nikhil Mandal (@nikhilmandalJDU) April 21, 2020