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बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने महागठबंधन कॉर्डिनेशन कमिटी को लेकर बड़ा बयान दिया है। माँझी ने कहा कि 31 मार्च तक राजद कॉर्डिनेशन कमिटी पर अपनी राय स्पष्ट करें नहीं तो वह अपनी राह तय करेंगे। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व हम (से) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी की मंगलवार की शाम को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई मुलाकात को लेकर आज बुधवार को अप० 2:30 बजे प्रेस के सवालों का जवाब देते हुए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि कल जो बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात हुई थी। वह गया, जहानाबाद जिला से जुड़ी समस्याओं को लेकर था। उन्होंने कहा कि महकार में आईटीआई 8 करोड़ की लागत से अक्टूबर 2018 में उनके द्वारा उद्घाटन की गई थी। अनुसूचित जाति बालक बालिका आवासीय उच्च विद्यालय महकार, गया का 20 करोड़ की लागत से निर्माण हुई है, जिसका उद्घाटन 31 मार्च को होना है। हम ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहा कि 8 करोड़ की लागत से निर्मित 2018 में आप ने उद्घाटन किया था। आज 20 करोड़ की लागत से बने इस योजना का उद्घाटन भी आप करें तो उन्होंने हंसते हुए अपनी सहमति दी और उन्होंने कहा कि अभी कोरोना वायरस का प्रकोप है फिर भी हम इसका उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मांझी ने पत्रकारों का सवाल का जवाब देते हुए कहा कि राजद बड़ी पार्टी है। हमने अक्टूबर 2019 से कोआर्डिनेशन कमेटी बनाने को लेकर तीन बार अपनी बातों को महागठबंधन में रखा है उसके बावजूद दो बार के प्रयास के बावजूद यह कोआर्डिनेशन कमेटी महागठबंधन की ओर से अब तक नहीं बनाई गई यह मेरा तीसरा प्रयास होगा। मार्च के अंत तक अगर कोआर्डिनेशन कमेटी बन जाती है तो अच्छी बात है अन्यथा 31 मार्च के बाद महागठबंधन के 5 घटक दल में चार घटक दल जिसमें कांग्रेस, हम, रालोसपा, वीआईपी चार घटक दल मिलकर बृहद महागठबंधन बनाएंगे जिसमें सीपीआई और पप्पू यादव की पार्टी जाप भी शामिल हो सकती है। संभवत बहन मायावती की पार्टी बसपा वृहद महागठबंधन के स्वरूप में शामिल होगें।
मांझी ने कहा कि महागठबंधन में आरजेडी, सीपीआई, और जाप को शामिल करना नहीं चाहती है लेकिन बृहद महागठबंधन का निर्माण होगा तो हम सीपीआई और पप्पू यादव की पार्टी जाप को भी शामिल करेंगे। मांझी ने पत्रकारों का सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हम महागठबंधन को मजबूत करना चाहते हैं और जदयू में जाने की कोई बात नहीं है। भाजपा नीति सरकार को बिहार की सत्ता से दूर करना है हमारा एकमात्र लक्ष्य है हम महागठबंधन और वृहद महागठबंधन की एकजुटता भाजपा को चुनौती देगी। मांझी ने कहा कि नीतीश कुमार से राबड़ी देवी की मुलाकात, दिल्ली में केजरीवाल, अमित शाह, नरेंद्र मोदी की मुलाकात जिस तरह से हुई हमने भी राज हित में क्षेत्र हित में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की है इसमें कोई राजनीति नहीं है और उन्होंने यह भी कहा कि हम 2 साल से उनसे मुलाकात नहीं कर रहे थे यह मेरी बड़ी भूल थी और आने वाले समय में भी समस्याओं को लेकर नीतीश कुमार से मुलाकात करते रहेंगे। राजद नेता तेजस्वी के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी के पुत्र संतोष कुमार सुमन को विधान परिषद में भेजे जाने पर मांझी ने कहा कि तेजस्वी हमारे पुत्र के समान है उनकी बातों पर मैं कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा। हमारी बातें राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से होती थी और लालू जी 10 बार 11 बार रात 1:00 बजे तक फोन करा करते थे जिसके गवाह हमारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान प्रदेश अध्यक्ष बीएल बैश्यन्त्री भी हैं। हमारे साथ होने के कारण ही राजद को हर अररिया एवं अन्य जगह उसका लाभ चुनाव में मिला। वह मदद की बात करते थे। हमने कभी आवेदन नहीं दिया था कि संतोष कुमार सुमन को राजद विधान परिषद में भेजें और उन्होंने हम पर कोई बड़ा एहसान नहीं किया है विधान परिषद में भेजकर।
मांझी ने कहा कि राज्य सभा में राजद द्वारा व्यापारी को टिकट दिया गया है उस व्यक्ति ने क्या काम किया है यह क्या उचित थी। औरंगाबाद की टिकट हमको मिली थी और यह कहा गया था कि राज्यसभा में से कांग्रेस को भेजा जाएगा यह सबको पता था कांग्रेस के साथ धोखा हुआ है राजद द्वारा। मांझी ने कहा कि 2010 के चुनाव में राजद लोजपा मुस्लिम एक साथ लड़े थे क्या हाल हुआ था 22 सीट पर सिमट गए थे अगर समय रहते नहीं समझे तो 2010 से भी स्थिति राजद की इस रवैया से खराब हो सकती है अशुभ हो मैं नहीं चाहता। मांझी ने पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर कहा गया कि अगर वृहद महागठबंधन बनता है और आरजेडी आना चाहती है तो उस स्थिति में आप क्या करेंगे तो उन्होंने कहा कि अगर वह आना चाहेंगे तो उस समय भी हम उनका स्वागत करेंगे। इस प्रेस वार्ता मे प्रदेश अध्यक्ष बीएल बैश्यन्त्री, डॉ. वीरेंद्र कुमार सिंह, राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान, विजय यादव, अमरेंद्र कुमार त्रिपाठी, रंजीत कुमार चंद्रवंशी, रामविलास प्रसाद, बेला यादव आदि मौजूद थे।