
सिनेमा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से पुरस्कृत फ़िल्म लेखक, अभिनेता व निर्देशक डा. राजेश अस्थाना और निर्देशक डीके आजाद को प्रथम चंपारण सिने सम्मान से किया गया सम्मानित।
बिहार ब्रेकिंग

रोशनाई फिल्मेनिया एंटरटेनमेंट एवं हर्फ मीडिया प्रा लि के संयुक्त तत्वावधान में 24 से 26 नवंबर तक आयोजित नाट्योत्सव एवं पहले चंपारण शार्ट फिल्म फेस्टिवल मंगलवार को संपन्न हो गया। राजेंद्र नगर भवन में आयोजित मंगलवार को लघु फिल्मोत्सव का उद्घाटन प्रख्यात सिने अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्र, विनीत कुमार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त फिल्मकार कमलेश कुमार मिश्र, सत्यकाम आनंद, रिटायर्ड आईपीएस कवि व लेखक ध्रुव गुप्त एवं समीक्षक डॉ. मुन्ना पांडेय ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। उद्घाटन भाषण में अखिलेंद्र मिश्र ने कहा कि सिनेमा में हमारा समाज, हमारी सभ्यता-संस्कृति और हमारा जीवन प्रदर्शित होता है। व्यवसायिक सिनेमा के बरक्स लघु फिल्मों में सामाजिक सरोकार अधिक शिद्दत के साथ प्रस्तुत किया जा रहा है।
इस अवसर पर तालियों की गड़गड़ाहट के बीच सिने अभिनेता अखिलेन्द्र मिश्र व विनीत कुमार द्वारा सिनेमा के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए बहुमुखी प्रतिभा के धनी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से पुरस्कृत फ़िल्म लेखक, अभिनेता व निर्देशक डा. राजेश अस्थाना और निर्देशक डीके आजाद को प्रथम चंपारण सिने सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने के पश्चात डा. राजेश अस्थाना ने उपस्थित कला प्रेमियों एवं कलाकारों को संबोधित करते हुए कहा कि चम्पारण की धरती कला के मामले में काफी उर्वरक है। उन्होंने बताया कि कला की बारीकियों को सीखने की जगह मंच ही होता है। उन्होंने सम्मान मिलने पर जिलेवासियों और आयोजक मंडल का आभार व्यक्त किया साथ ही सिनेमा के लिए मिले प्रथम सिने सम्मान ट्रॉफी को अपनी पत्नी डा. सीमा रानी को समर्पित किया जिन्होंने उनकी पहली टेलीफिल्म अछूत के निर्माण के दौरान बजट बढ़ने और बीरगंज नेपाल में होटल में फंसे कलाकारों के लिए अपनी शादी में मिले जेवर को बेच दिया था।
उक्त अवसर पर हर्फ मीडिया के निदेशक जलज कुमार अनुपम एवं निदेशक संस्कृतिकर्मी व कार्यक्रम के संयोजक गुलरेज़ शहज़ाद ने कहा कि नाट्य उत्सव और फिल्म फेस्टिवल आयोजित करने के पीछे कार्यक्रम के संयोजक का एक मात्र उदेश्य यह है कि हमारे क्षेत्र का वह युवा जो सिनेमा और नाटक में जाना चाहता है, उसको करीब से समझना चाहता है, उसको अपने पास एक ऐसा माहौल मिले जिससे वह लंबी उड़ान की तैयारी कर सके। लघु फिल्मोत्सव का उद्घाटन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार प्राप्त फिल्मकार कमलेश कुमार मिश्र की फिल्म किताब से हुई। टॉम आल्टर द्वारा अभिनीत यह फिल्म उनके जीवन की आखिरी फिल्म थी जिसे वह देख नहीं सके। फिल्म फेस्टिवल में बेस्ट फिल्म डेमोक्रेसी, बेस्ट स्क्रीनप्ले और निर्देशन का पुरस्कार अपेक्षा, बेस्ट एक्ट्रेस सेक्रेड मैसेज की अभिनेत्री शालिनी, बेस्ट एक्टर का पुरस्कार दान के अभिनेता राजू उपाध्याय, बेस्ट एडिटिग का पुरस्कार सोच-आलय, बेस्ट स्टोरी का पुरस्कार दान, बेस्ट सिनेमेटोग्राफी के लिए अपेक्षा, बेस्ट बैकग्राउंड स्कोर के लिए ललका गुलाब, बेस्ट इंवेस्टिगेटिग फिल्म भैया लाल जी, स्पेशल मेंशन डेमोक्रेसी के दिनों बाल कलाकार के साथ अजीज के बाल कलाकार को दिया गया।
चंपारण रंग सम्मान से प्रसाद रत्नेश्वर व रामजी शर्मा हुए सम्मानित
उद्घाटन सत्र के बाद चंपारण रंग सम्मान से वरीय रंगकर्मी प्रसाद रत्नेश्वर व रामजी शर्मा को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इसके बाद रोशनाई मोतिहारी के बैनर तले अभिषेक चौहान लिखित व निर्देशित एकल नाटक मंगलमुखी तथा दिशा पटना के द्वारा भिखारी ठाकुर लिखित तथा मो. जानी निर्देशित नाटक बेटी वियोग का मंचन किया गया। नाटक को देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक नगर भवन में मौजूद थे। दर्शकों ने देर रात तक नाटक का लुत्फ उठाया। गौरतलब है कि नाट्योत्सव के दूसरे दिन सोमवार को रंगमंच पूर्णिया की प्रस्तुति तथा सुमित सिंह द्वारा निर्देशित नाटक रोटी एवं अक्षरा आर्ट्स, पटना के बैनर तले ध्रुव गुप्त लिखित एवं अजित कुमार द्वारा निर्देशित कहानी मंचन की प्रस्तुति होगी। गुड्डू श्रीवास्तव, रुमित रौशन, प्रयाग साहनी, पंकज श्रीवास्तव, पंकज सिन्हा, बबीता श्रीवास्तव सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
नाट्योत्सव में ‘मंगलमुखी’ का मंचन
कार्यक्रम के दौरान मंगलमुखी का मंचन किया गया। मंगलमुखी मुख्य रूप से किन्नर की जिंदगी पर आधारित लघु नाटिका है। जिसमें एक किन्नर को किशोरावस्था के बाद कैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। का खूबसूरत चित्रण पूरे नाटक के दौरान किया गया। मसलन स्कूल जाने के दौरान उसके व्यवहार में परिवर्तन होने पर छात्रों ने कैसे ताना देना शुरू किया। कैसे भाई-बहनों ने उसके साथ स्कूल जाना छोड़ दिया। इस नाटक में रविराज के अभिनय व निर्देशक अभिषेक चौहान व सहायक निर्देशक मौसमी भारती की तारीफ हुई। इस अवसर पर फिल्मोत्सव में शामिल 21 फिल्मों के निदेशक सहित कार्यक्रम में आयोजन के संरक्षक प्रकाश अस्थाना, समिति के अध्यक्ष सतीश कुमार मिश्र, कार्यक्रम के संयोजक गुलरेज शहजाद, फिल्मेनिया से गौरव, समिति के सदस्य अनिल मिश्र, रविश मिश्र, अभय अनंत, पवन चौधरी, रामजी शर्मा, भोला गुप्ता, अनिल तिवारी, सचिन पाण्डेय, मुमताज आलम, संजय पाण्डेय, राजकुमार, अमित कुमार गुड्डू आदि मौजूद रहे।