
बिहार ब्रेकिंग-सुमित कुमार-बेगूसराय

विगत कुछ महीने से कॉलेज के कुछ कर्मचारी छात्र-छात्राओं और छात्रसंघ पदाधिकारियों के साथ बदसलूकी से पेश आते थे क्योंकि छात्र संघ चुनाव उपरांत चुने हुए पदाधिकारी कॉलेज कैंपस में दलाली पर पूरी तरह अंकुश लगा चुके है जो अब पूर्व की भांति खुलेआम कैंपस में दलालों की एक भी नहीं चलने देता हैं। दलाल कैंपस में अपना पैर पसारने के लिए कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत से अपनी दलाली की दुकान चलाने की फिराक में रहता हैं, किंतु मामला तब बिगड़ा जब शनिवार को हर रोज की भांति एनएसयूआई के छात्र संगठन जिला सचिव राहुल कुमार और छात्र संघ अध्यक्ष राजेश रंजन कुमार छात्र सहयोग हेतु और कॉलेज प्रशासन की मदद हेतु काउंटर पर लगे अत्यधिक भीड़ को कमांड करने के लिए पहुंचे और वह यत्र तत्र छात्र छात्राओं को लाइन में लगने के लिए गुजारिश करते हुए नजर आए। यह देखते हुए रमेश कुमार नाम का दिव्यांग छात्र जो खगड़िया जिले के रहिमपुर ग्राम वासी था वह राहुल कुमार से मिलते हुए कहा कि मेरी मदद कीजिए मैं लाइन में लगने से असमर्थ हूं यह सुनते ही राहुल कुमार ने उससे कागजात लेकर सामने 4 नंबर काउंटर पर बैठे भोला नाम के कर्मचारियों को थमाते हुए कहा कि इसका त्वरित काम कर दीजिए। यह सुनते हीं कर्मचारी बिफर पड़ा और तड़के कहा नहीं करूंगा जो करना होगा कर लो। यह सुनते ही एनएसयूआई के जिला सचिव राहुल कुमार आग बबूला हो गया और बात तू तू मैं मैं पर पहुंच गया। तत्पश्चात यह देखते देखते छात्र संघ के तकरीबन सभी पदाधिकारी वहां पहुंच गए और काउंटर को बंद करा दिया गया। उसके बाद वहां से हंगामा करते हुए प्रशासनिक भवन के समक्ष धरने पर बैठ गया, जिसमें छात्रसंघ अध्यक्ष राजेश रंजन कुमार, एनएसयूआई छात्र संगठन के जिला सचिव राहुल कुमार, महाविद्यालय छात्र संघ के संयुक्त सचिव अमर यादव, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मोनू कुमार, मो फैयाज अख्तर, महासचिव अमरेश कुमार, अभिषेक कुमार गौरव कुमार नीतीश कुमार रौनक कुमार विवेक कुमार आदि धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी करने लगे। हिटलर कर्मचारियों को बर्खास्त करो दलाल कर्मचारी नहीं सहेंगे ऐसे कर्मचारियों पर जल्द कार्रवाई करनी होगी इस तरह के तमाम नारे गुंजायमान होने लगा। आनन-फानन में बीच-बचाव में कॉलेज प्रशासन प्रधानाचार्य सहित सभी अंदर में बैठे शिक्षकगण और कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष राजीव कुमार सहित वहां पर पहुंच गए और पूरी घटनाक्रम को जाना। ठीक उसी वक्त उस कर्मचारी को धरना स्थल पर कॉलेज प्रशासन के द्वारा बुलवाया गया और प्रदर्शनकारियों के समक्ष माफी मंगवाया गया लेकिन प्रदर्शनकारी फिर भी मानने को तैयार नहीं थे। यह मामला तकरीबन आधा घंटा तक चलता रहा फिर जाकर मामला शांत हुआ और सभी काउंटर को पूर्व की भांति यथावत चालू करवाया गया किंतु भोला नाम के कर्मचारी को प्रदर्शनकारी अपने बीच में बैठाए रहे और वह कॉलेज प्रशासन के दबाव में आकर प्रदर्शनकारियों से माफी मांगा और कॉलेज प्रशासन भी हिदायत देते हुए उसे उस दिन भर के लिए छुट्टी कर दिया। वहां पर सभा को संबोधित करते हुए छात्र संघ के अध्यक्ष राजेश रंजन कुमार ने कहा कि कॉलेज के कुछ कर्मचारी खुद को प्रधानाचार्य से भी ऊपर समझता है जो कतई नागवार नहीं। एनएसयूआई के जिला सचिव राहुल कुमार ने कहा कि कॉलेज कैंपस में कुछ कर्मचारी दलालों के सह पर कार्य करता है और वह छात्रों के साथ हिटलरशाही पेश आता है ताकि सामने वाला छात्र उससे डर कर इर्द-गिर्द चक्कर काटने लगता है और वहां पर मौजूद ताक में बैठे दलाल उसे अपने चंगुल में फंसा लेता हैं इस तरह से या लोग अपने दलाली की दुकान चलाता है और साथ ही कॉलेज कैंपस में छात्र प्रतिनिधियों के साथ भाषा की मर्यादा को ताक पर रखकर बातें किया करता है जो कतई बर्दाश्त नहीं।संयुक्त सचिव अमर यादव और विश्वविद्यालय प्रतिनिधि मोनू कुमार ने कहा कि कुछ कर्मचारियों का रवैया छात्रों और छात्र प्रतिनिधियों के साथ विगत कईएक महीनों से कैंपस में अराजक फैलाने की ताक में रहता है जो अब बर्दाश्त से बाहर हो चुका है ऐसे कर्मचारियों पर अविलंब कार्रवाई किया जाए। दूसरी तरफ जीडी कॉलेज प्रधानाचार्य अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि कॉलेज में कर्मचारियों की कमी है कॉलेज प्रशासन की मदद के लिए छात्र संघ का हमेशा मुझे मदद मिलते रहता है छात्र संघ के सहयोग से ही कॉलेज की विधि व्यवस्था सुचारू रूपेन आज चल रहा है प्रदर्शनकारियों का मांग जायज है जिसको देखते हुए मैने वैसे कर्मचारियों पर त्वरित कार्रवाई किया और छात्र संघ को भरोसा दिलाता हूं कि आगे से इस तरह की शिकायत नहीं होगी।