
वो तड़पता रहा लेकिन 6 घंटे बीतने के बाद उसे रिश्तेदारों ने झोलाछाप चिकित्सक के यहां पहुंचाया जिसने नब्ज छुकर मृत घोषित कर दिया

बिहार डेस्क-रजनीश सिंह-मधेपुरा
मधेपुरा थाना के बेलारी ओपी के संतोष कुमार अपने पत्नी के साथ बड़ी उम्मीद से अपने बुआ के घर आया था अपना दिया हुआ कर्ज वापस लेने के लिए। उसकी बुआ कर्ज के रूप में अपने भतीजा संतोष से तीन साल पहले तीन लाख रूपए ली थी, उस समय संतोष सुपौल जिला में एक डाटा आपरेटर था। वह गौरभगढ़ का रहने वाला था कुछ दिनों के बाद उसने नौकरी छोड़ दूसरा कार्य करने लगा। कई बार उसे पैसे की जरूरत हुई वो अपने बुआ से मांगने लगा लेकिन पैसा नहीं रहने का बहाना बुआ बनाती रही और कहने लगी कि घबराओ मत जल्दी मिल जाएगा। शुक्रवार को बुआ ने संतोष को फोन करके बुलाया कि आ जाओ अपना पैसा ले जाओ। वह खुश होकर पत्नी को भी साथ में लेकर चला गया। जब रात में खाना खाने के लिए तैयार हुआ तो उसके खाने में बुआ और उसके घर वालों ने जहर मिलाकर दे दिया। कुछ देर बाद उसके पेट में जलन और मुंह से झाग आने लगा। पत्नी अस्पताल ले जाने की बात करने लगी तो बुआ के घर वालों ने कहने लगा कि सुबह ले जाया जाएगा। रात में हमलोग कहां ले जाएंगे। लेकिन 6 घंटे बीत गए तो लोगो ने उसे गांव के हीं एक झोलाछाप चिकित्सक ने यहां ले गए जहां उसने मृत घोषित कर दिया। पत्नी ने इसकी जानकारी स्थानीय थाना को दी जहां पुलिस ने मृतक के घर वालों को पूरी बात बताई। मृतक के भाई और उसके रिश्तेदार पहुंचे जहां पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम कराकर परिजनो को सौंप दिया। पुलिस ने बुआ सहित कई लोंगो के उपर नामजद प्राथमिकी दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है।