
Allahabad: Girls cover their faces to protect themselves from scorching heat in Allahabad on Thursday. PTI Photo (PTI3_30_2017_000042B)
पटना: बीते रोज मंगलवार की अपेक्षा बुधवार को न्यूनतम तापमान में एक डिग्री सेल्सियस का इजाफा हुआ है. न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहा. हालांकि अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री अधिक दर्ज किया गया है. शहर की हवा में औसत आर्द्रता केवल 10 फीसदी रही. आइएमडी पटना के मुताबिक अगले तीन दिन राजधानी हीट वेव (लू ) की चपेट में और रहेगी.

बुधवार को हवा की रफ्तार आज काफी कम रही. हालांकि सोलर रेडियेशन काफी अधिक 500 वाट्स प्रति सेकेंड/मीटर रहा, जिसकी वजह से त्वचा पर गर्मी का असर ज्यादा महसूस हुआ. मॉनसून के नजरिये से देखा जाये, तो मई माह में अभी तक की गर्मी रिकार्ड तोड़ तो नहीं रही, लेकिन इन दिनों में उच्चतम और न्यूनतम तापमान जबरदस्त रहे हैं.
एक आधिकारिक अध्ययन के मुताबिक उच्चतम तापमान की समयावधि काफी बढ़ी है. सुबह करीब 10 बजे से शाम पांच बजे के बाद तक औसत तापमान चालीस डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है. इस दौरान एंबिएंट तापमान कई बार 45 पार भी देखा गया. फोनी तूफान के दो-तीन दिन अपवाद स्वरूप छोड़ दिये जायें, तो शेष दिनों में तापमान 40 डिग्री पार ही रहा है. उदाहरण के लिए एक मई को 40, दो मई को 39, तीन और चार मई फोनी सायक्लोन से प्रभावित रहे, इस दौरान शहर का उच्चतम तापमान क्रमश: 35 और 34 डिग्री दर्ज किया गया.
इसके बाद फिर पांच मई को 41 डिग्री, छह मई को 42 डिग्री, सात मई को 43 डिग्री सेल्सियस उच्चतम तापमान दर्ज किया गया.
तापमान का असर
मई माह का तपना मॉनसून के लिहाज से सकारात्मक माना जाता है. मौसम के लिहाज ये यह सामान्य अवधारणा है कि बिहार समेत समूचा उत्तरी भारत मई माह में जितना अधिक तपेगा, मॉनसून उतना ही अच्छा आयेगा. बिहार के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी डॉ प्रधान पार्थ सारथी ने बताया कि गर्मी में अच्छी गर्मी पड़ना स्वाभाविक है. मॉनसून इससे समय पर और मजबूती से आयेगा, क्योंकि मॉनसूनी हवाओं को आकर्षित करने में गर्मी की खासी अहम भूमिका होती है. वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पार्थसारथी के मुताबिक मई माह अभी और तपेगा.