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केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने वर्ष 2019 के के लिए वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए बजट को “सबका साथ-सबका विकास” के मूल मंत्र पर खरा उतरने वाला बजट बताया है। उन्होंने कहा कि यह बजट गरीब उन्मुखी है जिसमें गरीब, महिलाओं, बुजुर्ग और बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखा गया है जिसका हम तहे दिल से स्वागत करते हैं।केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की मीडिया प्रभारी वेदप्रकाश ने बताया कि मीडिया को जारी बयान में श्री चौबे ने बताया इस बार के बजट में वित्त मंत्री पीयूष गोयल के अनुसार दुनिया का सबसे बड़ा स्वास्थ्य कार्यक्रम आयुष्मान भारत आज भारत में चल रहा है, जिसके माध्यम से गरीब मध्यम वर्ग के लोग इलाज करवा रहे है जिससे उनके 3000 करोड़ रुपये की बचत हुई है। इस योजना में 50 करोड़ लोग शामिल होंगे। प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के माध्यम से लोगों को सस्ती दवाइयां उपलब्ध कराई जा रही हैं। भारत में 22वां एम्स हरियाणा में खुलने जा रहा है। लगभग 6 लाख गाँव खुले में शौच से मुक्त हुई है। बजट के गंभीरता से अध्ययन से यह पता चलता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार स्वास्थ के क्षेत्र में आमूलचूल परिवर्तन करने को कृतसंकल्प है। बजट का स्वागत करते हुए हम उम्मीद करते हैं कि आगे भी ऐसा ही कदम उठता रहेगा जिससे भारत स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक विकसित राष्ट्र के स्तर तक पहुंच जाएगा।
इसके अतिरिक्त केंद्रीय वित्त मंत्री द्वारा किए गए बजट प्रावधानों जैसे कि अगले 5 सालों में भारत के 1 क्लॉक को डिजिटल ग्राम बनाया जायेगा रैकस्पेस को आयकर की सीमा ढाई लाख से बढ़ाकर 5 लाख करना, ग्रेच्युटी 10 से बढ़ाकर 20 लाख रु करना, श्रमिक मुआवजा को ढाई लाख से रु 6 लाख करना, सौभाग्य योजना के तहत सभी घरों में मुफ्त बिजली पहुंचाना, स्टैंडर्ड डिडक्शन 40 लाख से बढ़ाकर 50 लाख रु करना, बैंक से 40 हजार रु तक के ब्याज पर लोन नहीं लगना, दूसरा मकान खरीदने में टैक्स में राहत, पहली बार रक्षा बजट 3 लाख करोड़ के ऊपर जाना, हादसे की सूरत में ईपीएफओ की सीमा 6 लाख तक बढ़ाना, आयकर की सीमा 5 लाख तक करना, उज्ज्वला योजना के अंतर्गत 8 करोड़ गरीब महिलाओं को मुफ्त गैस कनेक्शन देने आदि ऐसी चीजें बजट में है जिससे पता चलता है कि लोगों के ध्यान के साथ सरकार देश की रक्षा के लिए भी मोदी सरकार संकल्पित है।